सिकंदर महान
सिकंदर महान
लेखक:- एस० एल० नागौरी
पुस्तक:- विश्व की प्राचीन सभ्यताएं
प्रकाशक:- सरस्वती सदन
प्रकाशन वर्ष:- 2009
प्रकाशन स्थल:- दिल्ली
पृष्ठ संख्या:- 160
सिकंदर ने विश्व विजय के स्वपन को साकार करने के लिए एक शक्तिशाली सेना का संगठन किया और उसकी सहायता से मिस्र, फारस, सीरिया और भारत के आंभीी, पोरस और कठों के प्रदेशों पर अधिकार कर लिया। सिकंदर जब भारत से यूनान लौट रहा था, तब सूसा नगर में 323 ईसा पूर्व में उसकी मृत्यु हो गई।
सिकंदर महान को कौन नहीं जानता। सिकंदर ने मात्र 23 वर्ष की उम्र में लगभग आधी दुनिया को जीत लिया था। सिकंदर उस देश से था जिस देश से लगभग सभी प्रारंभिक बड़े दार्शनिक हुए हैं। उस देश का नाम है यूनान। यूनान देश की सभ्यता दुनिया की तमाम सभ्यताओं में सबसे उच्च थी, क्योंकि वहां की शिक्षा व्यवस्था, वहां की स्थापत्य कला, वहां की राजनीति, संस्कृति और समाज सब कुछ विकसित था।
सिकंदर महान के बारे में जानने के लिए या सिकंदर पर रिसर्च करने के लिए आप लोगों को यह तथ्य पढ़ना चाहिए।
नोट:- अक्सर ऐसा देखा गया है, कि किसी भी सूचना के प्राथमिक एवं द्वितीय स्त्रोतों साथ कम या ज्यादा छेड़छाड़ होने की संभावना रही है। वैसे स्त्रोतों में उपलब्ध कराई गई जानकारी लेखक के स्वयं के विचार भी हो सकते हैं अथवा तत्कालीन समय की सच्चाई भी, यह पता लगाना भी शोधार्थी का कार्य है। यह प्रत्येक शोधार्थी का कर्तव्य है, कि वह किसी भी स्त्रोत का प्रयोग करने से पहले उसकी बाह्य एवं आंतरिक आलोचना की प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही यह समझने का प्रयास करें, कि वह जिस स्त्रोत का प्रयोग अपने शोध हेतु कर रहा है क्या वह सत्य है।
सामान्यत: ऐसा देखा गया है, कि मूल स्त्रोतों के साथ छेड़छाड़ कर दी जाती है/थी (उदाहरण के तौर पर ऋग्वेद में दसवां मंडल बाद में जोड़ा गया। ऐसा कुछ शोधार्थी एवं विद्वानों के द्वारा कहा जाता है)। ऐसा जानना इसलिए आवश्यक है, ताकि भविष्य के अनुसंधानकर्ताओं का बहुमूल्य समय व्यर्थ होने से बचाया जा सके।
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